मज़ेदार कहानी - जॉनी और परी

"जॉनी और परी" कहानी में जॉनी अकेला और उदास है क्योंकि उसके माता-पिता देर से घर आते हैं। वह छत पर बैठकर चाँद को देखता है, तभी एक परी, एंजेला, चाँद से निकलकर आती है। एंजेला जॉनी को खुश करने के लिए कविता गाती है

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"जॉनी और परी" कहानी में जॉनी अकेला और उदास है क्योंकि उसके माता-पिता देर से घर आते हैं। वह छत पर बैठकर चाँद को देखता है, तभी एक परी, एंजेला, चाँद से निकलकर आती है। एंजेला जॉनी को खुश करने के लिए कविता गाती है, चॉकलेट देती है, और उसे दाँत साफ करने की सलाह देती है। जॉनी अपनी पसंदीदा कविता "ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार" सुनाता है। एंजेला उसे एक किताब तोहफे में देती है और कहती है कि जब भी वह उदास हो, इसे पढ़े। माता-पिता के आने पर एंजेला चली जाती है, और जॉनी किताब पढ़कर खुश रहने लगता है। (Johnny and Fairy Story Summary, Moral Story for Kids in Hindi)

जाॅनी और परी

एक दिन जाॅनी बहुत अकेला महसूस कर रहा था। काफी अंधेरा हो गया था। लेकिन उसके माता पिता अभी तक घर नहीं आए थे। उन्होंने जाॅनी को फोन करके बताया कि वह आॅफिस में अचानक किसी ज़रूरी काम की वजह से फंस गए है और उन्हें घर पहुंचने में देर हो जाएगी। उसकी बहन और नौकरानी सो चुके थे। बिना मतलब के इधर उधर घूमने के बाद जाॅनी अपने घर के छज्जे पर गया। वहां वह एक कोने में दुबक कर बैठ गया और उसने अपने माता पिता का इंतज़ार करने के बारे में सोचा। उसने आसमान की ओर देखा। वह साफ रात थी। आसमान में चंद्रमा चमक रहा था। चंद्रमा के साथ आसमान में ढेर सारे तारें भी चमक रहे थे। जाॅनी दुबारा से चंद्रमा की तरफ देखने लगा। उसे ऐसा लगा कि जैसे चंद्रमा के बीच में कोई चीज़ चल रही हो और तब....

अचानक आसमान सफेद रंग में जगमगा उठा। एक परी चंद्रमा में से निकलकर बाहर आई। उसने सफेद रंग का गा­ऊन पहना हुआ था और अपने सिर पर चांदी का मुकुट लगाया हुआ था। उसके मुकुट पर एक चमकता हुआ सितारा था। उसने अपने सीधे हाथ में चांदी की जादुई छड़ी पकड़़ी हुई थी।

सफेद परी जाॅनी के छज्जे पर आकर खड़ी हो गई। उसने फिर जाॅनी से पूछा, ‘छोटे बच्चे, तुम्हारा नाम क्या है?’ पूरी तरह से हैरान परेशान जाॅनी ने हिम्मत करते हुए अपना नाम बताया लेकिन जाॅनी को लग रहा था पता नहीं परी को उसका नाम समझ मे आया कि नहीं...

‘मेरा नाम एंजेला है। मैं एक परी हूं और स्वर्ग में रहती हूं। मुझे पता है कि तुम उदास और अकेले हो। इसलिए मैं तुमसे मिलने आई हूं।’ परी ने जाॅनी से कहा।
जाॅनी हैरान हो गया। उसने सोचा कि परी को कैसे पता कि वह उदास है और अपने माता पिता का इंतज़ार कर रहा है। इससे पहले कि जाॅनी एंजेला से पूछ पाता, एंजेला ने कहा, ‘मैं तुम्हारे लिए एक कविता गाती हूं।’

‘जाॅनी जाॅनी, यस पापा,
ईटिंग शुगर, नो पापा,
टेलिंग लाइस, नो पापा
ओपन योअर माउथ हा हा हा।’

फिर एंजेला ने पूछा, ‘जाॅनी, तुम्हारी पसंदीदा कविता कौन सी है?’ अब जाॅनी अपनी नई दोस्त के साथ अच्छी तरह घुल मिल गया था। उसने जवाब दिया, ‘ट्विंकल ट्विंकल लिटल स्टार’ और जाॅनी ने उसे कविता गाकर सुनाई।

फिर परी ने जाॅनी को कुछ चाॅकलेट दी। जाॅनी डर गया। उसने एंजेला को बताया कि उसकी मम्मी उसे डांटेगी अगर उन्हें पता चल गया कि उसने चाॅकलेट खाई है।
मम्मी कहती है, ‘चाॅकलेट दांत खराब करती है।’ एंजेला ने जवाब दिया, ‘मम्मी ठीक कहती है।’

‘चाॅकलेट खाने के बाद तुम्हें हमेशा दांतों को ब्रश से साफ करना चाहिए, इससे तुम्हारे दांतों के किटाणु हट जाते है।’ परी का जवाब सुनकर जाॅनी ने उससे चाॅकलेट ले ली। वह दो राहों में था कि क्या वह चाॅकलेट खाए या ना खाए। तभी उसने अपने माता पिता को आते हुए देखा।

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‘देखो एंजेला’, वह चिल्लाया, ‘वह मेरे माता पिता है। यहां रुको, मैं तुम्हें उनसे मिलवाता हूं। वह तुम्हें देखकर बहुत खुश होंगे।’ ‘नहीं’, एंजेला ने कहा। ‘मुझे अब जाना चाहिए। मैं तुम जैसे प्यारे बच्चे के लिए एक तोहफा लाई हूं। जब भी तुम उदास या अकेला महसूस करो तो इसे पढ़ना।’ यह कहते हुए एंजेला ने जाॅनी को तोहफा दिया।

हालांकि एंजेला के जाने से जाॅनी उदास था। उसने कहा, ‘तुम क्यों जाना चाहती हो? हम अभी अभी तो दोस्त बने है। सफेद परी जाॅनी के पास बैठी और उसने कहा, ‘देखो जाॅनी, अब तुम्हारे माता पिता घर आ गए है। अब तुम अकेले नहीं होगे। अब मुझे जाना चाहिए अब किसी ओर बच्चे का मित्र बनना चाहिए जो इस समय अकेला और उदास होगा।’ एंजेला ने फिर जाॅनी से अलविदा कहा और उड़ गई। वह धीरे धीरे रात के अंधेरे में गायब हो गई।

तभी दरवाज़े की घंटी बजी और जाॅनी ने जाकर दरवाजा खोला और उसने अपने माता पिता को परी के बारे में सारी बातें बताई। जाॅनी के हाथ में परी द्वारा दिया हुआ तोहफा भी था।
देर रात जब जाॅनी ने अपनी नई मित्र द्वारा दिया गया तोहफा खोला तो उस तोहफे में एक छोटी किताब थी जिसमें जानवरों की कहानियां थी। वह उसे पढ़ने लगा और पढ़ते पढ़ते सो गया। जब भी वह उदास हो तो परी द्वारा दी गई किताब पढ़ने लगता और परी दीदी का अभार प्रकट करती। 

सीख (Moral of the Story)

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि उदासी के पलों में हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। जॉनी ने परी एंजेला से दोस्ती की और उसकी दी हुई किताब से खुशी पाई। यह कहानी सिखाती है कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हो सकती हैं, जो हमें अकेलेपन से बचाती हैं और नई-नई बातें सिखाती हैं। साथ ही, हमें दूसरों की सलाह माननी चाहिए, जैसे जॉनी ने चॉकलेट खाने के बाद दाँत साफ करने की सलाह मानी।

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